मामला-जी.एस.टी. विभाग द्वारा लोहा व्यापारियों को तंग करने का, सरकार की दी यह चेतावनी

punjabkesari.in Saturday, Sep 02, 2023 - 05:23 PM (IST)

मंडी गोबिंदगढ़ (सुरेश): पंजाब की नई बनी सरकार द्वारा एक तरफ़ जहाँ पंजाब में इंडस्ट्री लाने के लिए ‘इजी आफ डुईंग बिजनेस’ का नारा दिया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर पिछले 6 महीनों से लगातार अफसरशाही के द्वारा लोहा नगरी मंडी गोबिंदगढ़ की चलती इंडस्ट्री को बर्बाद करने की मुहिम चलाई हुई है। यह शब्द आज यहां इंडकशन फरनश एसोसिएशन मंडी गोबिंदगढ़ के प्रधान मोहिंदर गुप्ता ने बातचीत करते कहे। 

उन्होंने कहा कि मंडी गोबिंदगढ़ का जो स्क्रैप का ट्रेड है व इस ट्रेड में बहुत ही साफ़ सुथरे ढंग के साथ मंडी गोबिंदगढ़ में सालों साल से काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि मंडी गोबिंदगढ़ की सारी इंडस्ट्री चाहे वह फरनश इंडस्ट्री हो, चाहे रोलिंग मिल इंडस्ट्री हो व चाहे पाईप इंडस्ट्री हो या फिर लोहे के साथ सम्बन्धित कोई भी इंडस्ट्री हो, ये सारी इंडस्ट्री लोहे की स्क्रैप के साथ ही सम्बन्धित है। 
उन्होंने कहा कि यदि लोहे की स्क्रैप मंडी गोबिंदगढ़ नहीं आएगी तो इस इलाके की सारी इंडस्ट्री बंद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की लोहा इंडस्ट्री राज्य सरकार की स्पोर्ट के बिना नहीं चल सकती, क्योंकि इंडस्ट्री अकेला टैकस ही नहीं देती, बल्कि लाखों लोगों को रोजग़ार भी उपलब्ध करवाती है। रोजग़ार के रूप में अरबों रुपए का भुगतान इंडस्ट्री द्वारा किया जाता है। इसके ऊपर भी सरकार को टैकस मिलता है। यदि इंडस्ट्री नहीं रहेगी तो यह रोजग़ार भी ख़त्म हो जाएगा और सरकार को दोनों रूपों में आता टैकस भी ख़त्म हो जाएगा। इसलिए सरकार को चाहिए कि जो स्क्रैप डीलर्ज की डिमांड है, उसके ऊपर जल्दी से जल्दी ध्यान दिया जाए। 

उन्होंने कहा कि पंजाब में दो ही इंडस्ट्रियल टाऊन हैं, जिसके बलबूते पर पंजाब का बिजली बोर्ड चल रहा है, यदि इनमें से एक भी इंडस्टरियल टाऊन को नुक्सान पहुँचता है तो बिजली बोर्ड का भी भट्टा बैठ जाएगा। 
उन्होंने कहा कि आज से पहले की सभी सरकारों द्वारा इंडस्ट्री को पहल दी जा रही थी जिस कारण मंडी गोबिंदगढ़ में लोहे की इंडस्ट्री लगी हुई है। परन्तु जो पंजाब के आज के हालात हैं, वह दिन दूर नहीं जब मंडी गोबिंदगढ़ में लोहे नाम की चीज़ ख़त्म हो जाएगी। उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की कि मंडी गोबिंदगढ़ में जो अफसरशही के द्वारा ट्रेड व इंडस्ट्री को तंग परेशान किया जा रहा है, उस पर तुरंत रोक लगाकर ट्रेड और इंडस्ट्री के साथ मीटिंग करके जो भी दिक्कतें हैं, उनका कोई उचित हल निकाला जाए जिससे सरकार को टैकस भी मिलता रहे और लोगों को रोजग़ार भी मिलता रहे। 

श्री गुप्ता ने आगे कहा कि इस तरह की चैकिंगों के साथ बाहर के सूबों से आने वाली लोहा स्क्रैप दूसरे सूबों को शिफ्ट हो रही है, जिस के साथ पंजाब को बहुत बड़ा नुक्सान होने की संभावना है। जिस तरह पिछले कुछ समय से पंजाब के साथ लगते सूबे हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर में लोहे की इंडस्ट्री पंजाब के मुकाबले अधिक लग गई है। आज हिमाचल प्रदेश लोहा इंडस्ट्री की हब्ब बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यदि इसी तरह चलता रहा तो पंजाब की इंडस्ट्री भी बाहर के सूबों में शिफ्ट हो जाएगी। जिससे पंजाब को बहुत बड़ा नुक्सान बर्दाश्त करना पड़ सकता है। उन्होंने पंजाब सरकार से अपील की कि इंडस्ट्री को अफसरशाही से छुटकारा दिलाकर हर रोज़ की परेशानी से बचाया जाए।  


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Content Writer

Subhash Kapoor

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