Duty दौरान महिला Doctor से बदसलूकी का मामला, पुलिस ने लिया सख्त Action
punjabkesari.in Thursday, Oct 03, 2024 - 06:58 PM (IST)
बलाचौर (ब्रह्मपुरी) : स्थानीय लेफ्टिनेंट जनरल बिक्रम सिंह मेमोरियल सरकारी अस्पताल में तैनात ईएनटी स्पेशलिस्ट महिला डॉक्टर की शिकायत पर सिटी पुलिस ने परविंदर सिंह उर्फ गोल्डी पुत्र सुरजीत सिंह निवासी रोल कॉलोनी वार्ड नंबर 1 बलाचौर के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। एफआईआर नंबर 76 के अनुसार अस्पताल में तैनात महिला डॉक्टर की शिकायत में दर्ज बयान के अनुसार 25/09/2024 को जब महिला डॉक्टर ड्यूटी पर ओपीडी अटेंड कर रही थी, तो वह एक मरीज को देख रही थी।
परविंदर सिंह गोल्डी पुत्र सुरजीत सिंह निवासी रोलू कॉलोनी वार्ड नंबर एक बलाचौर नामक व्यक्ति ने उसके साथ बदसलूकी की और उसे धमकियां भी दी गईं। महिला डाक्टर के अनुसार पिछले साल दिसंबर 2023 को भी उक्त द्वारा गलत व्यवहार किया गया था तथा कमरे में घुस कर अंदर से कुंडी लगाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि यह व्यक्ति मुझे समय-समय पर परेशान कर रहा है तथा मुझे रास्ते में रोकने का प्रयास कर चुका है तथा कई बार धमकियां दे चुका है, जिस कारण मुझे अपनी ड्यूटी में परेशानी आ रही है तथा मानसिक रूप से परेशान किया जा रहा है। महिला डाक्टर ने इस शिकायत में अपनी सुरक्षा की भी मांग की थी। कुछ समय पहले स्थानीय पुलिस ने खानापूर्ति करते हुए उक्त व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर डॉक्टरों को राहत प्रदान करने का काम किया था।
इन धाराओं के तहत दर्ज मुकदमे के बाद उक्त कथित आरोपी को जमानत भी मिल गई थी, लेकिन पंजाब केसरी में डॉक्टर की सच्चाई प्रकाशित होने के बाद स्थानीय पुलिस ने उच्च अधिकारियों के दबाव से स्थानीय पुलिस द्वारा जुर्म में वृद्धि करते हुए 78 (2), 79,126 (2), 132,321,221,351 (3) बीएनएस, धारा, पंजाब प्रोटेक्शन ऑफ मेडिकेयर सर्विस पर्सन्स एंड मेडिकेयर इंस्टीट्यूशंस एक्ट 2008 के तहत मामला दर्ज किया गया। इस संबंध में जब सिटी थाना प्रभारी एसआई सतनाम सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि उक्त आरोपी की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है, उन्होंने यह भी कहा कि जिला पुलिस प्रमुख डॉ. मेहताब सिंह जी के निर्देशानुसार समाज में बुरे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई भविष्य में भी जारी रहेगी। पुलिस द्वारा मीडिया में मामला प्रकाशित होने के बाद ही धाराओं में वृद्धि करना पुलिस की नीयत पर शक प्रकट करता है।
यहां गौर करने वाली बात यह है कि जिस तरह से उक्त महिला डॉक्टर परेशान थी, उसका दुख न तो अस्पताल के एसएमओ ने सुना और पुलिस प्रशासन भी अनदेखी बरतता रहा। पंजाब केसरी द्वारा उक्त खबर प्रकाशित किए जाने पर धाराओं में वृद्धि होना पहले इस मामले को नजरअंदाज करने वाले पुलिस प्रशासन, सरकारी अस्पताल के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ भी अगर जांच की जाए तो इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए तभी कोलकाता जैसी घटनाओं को रोका जा सकता है अन्यथा कोई भी महिला डाक्टर सुरक्षित नहीं रह सकती। उक्त घटना की गहनता से जांच करना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी है।
क्या कहती हैं हलका विधायक मैडम संतोष कटारिया
इस घटनाक्रम के बारे में बलाचौर की विधायक मैडम संतोष कटारिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके ध्यान में यह मामला नहीं है अगर उक्त घटनाक्रम हुआ है तो वह सख्ती से कार्रवाई करने के लिए संबंधित अधिकारियों को तुरंत कहेंगी। जिन्होंने पहले बनती कार्रवाई क्यों नहीं की। वह संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को सुनिश्चित बनाएंगी। अब देखना यह है कि इस मामले में महिला डाक्टर की सुनवाई होती है अथवा नहीं।
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