Delhi का घुट रहा दम! जहरीली हवा बच्चों के लिए बन रही जानलेवा
punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 11:01 PM (IST)
पंजाब डेस्क: दिल्ली की हवा लगातार खराब होती जा रही है। इसका सबसे ज़्यादा असर छोटे बच्चों पर पड़ रहा है, जो हर दिन इस प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि यह खराब हवा बच्चों की सेहत के साथ–साथ उनके भविष्य को भी नुकसान पहुंचा रही है।
शहर में हवा की हालत इतनी खराब हो गई है कि कम उम्र में ही बच्चों के फेफड़े कमजोर होने लगे हैं। कई बच्चे सुबह स्कूल पहुँचते ही खांसने लगते हैं और पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाते। माता–पिता भी बेहद परेशान हैं। उनका कहना है कि बच्चा बाहर खेलने जाता है तो खांसी बढ़ जाती है, इसलिए उन्हें बच्चों को घर के अंदर ही रखना पड़ता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, हवा में मौजूद सूक्ष्म कण PM2.5 बच्चों के लिए सबसे खतरनाक हैं। एक रिपोर्ट बताती है कि दुनिया में हर साल 5 साल से कम उम्र के एक लाख से ज़्यादा बच्चे सिर्फ वायु प्रदूषण के कारण अपनी जान गंवा देते हैं। ऐसी हवा में लंबे समय तक रहने से बच्चों के फेफड़े ठीक तरह से विकसित नहीं होते और उनकी रोग–प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर हो जाती है।
अमेरिका की 2024 की एक नई रिसर्च में पता चला है कि प्रदूषण बच्चों के दिमागी विकास पर भी असर डाल रहा है। इसमें पाया गया कि गंदी हवा बच्चों के IQ, याददाश्त, ध्यान और सीखने की क्षमता को कम कर देती है।
स्कूल शिक्षक भी बताते हैं कि कई बच्चे क्लास में आते ही थकान, खांसी और बेचैनी महसूस करते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि इस मौसम में अस्थमा, निमोनिया और एलर्जी के मामले तेजी से बढ़े हैं। इससे बच्चों की स्कूल उपस्थिति पर भी असर पड़ा है।
UNICEF ने वायु प्रदूषण को राष्ट्रीय आपातकाल बताते हुए कहा है कि देश के लाखों बच्चे गंभीर खतरे में हैं। UNICEF का कहना है कि साफ हवा कोई सुविधा नहीं, बल्कि हर बच्चे का अधिकार है। दिल्ली के बच्चों को बेहतर हवा चाहिए और वह भी अभी चाहिए।
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