गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की इंटरव्यू को लेकर बोले ढीडंसा

punjabkesari.in Friday, Mar 17, 2023 - 11:19 AM (IST)

मालेरकोटला : गायक सिद्धू मूसेवाला की बरसी से बिल्कुल पहले गैंगस्टर के साथ जेल में से प्रसारित हुई इंटरव्यू को एक बड़ी साजिश का हिस्सा बताते हुए शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के मुख्य वक्ता और पूर्व वित्त मंत्री परमिन्द्र सिंह ढींडसा ने कहा कि यह सब मरहूम सिद्धू मूसेवाला को बदनाम करने और दिन-दिहाड़े कत्ल कर दिए गए नौजवान पुत्र के लिए इन्साफ मांग रहे उस के अभिभावकों प्रति लोगों में दिन प्रति दिन बढ़ रही हमदर्दी को घटाने के लिए की भद्दी हरकत लग रही है।

गत दिनों बठिंडा जेल में बंद गैंगस्टर लॉरैंस बिश्नोई की एक टी.वी. चैनल पर प्रसारित हुई इंटरव्यू को गैंगलैंड बनते जा रहे पंजाब की लचर कानून व्यवस्था का घिनौना सत्य बताते हुए ढींडसा ने मांग की कि इस घटना की हाईकोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष ज्युडिशियल जांच करवाई जाए। ढींडसा यहां गुरुद्वारा श्री सिंह सभा साहिब में शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के पांच जिलों के साथ संबंधित पार्टी नेताओं की मालेरकोटला जिला प्रधान जत्थेदार गुरजीवन सिंह सरोद की अध्यक्षता में आयोजित सांझी बैठक करने मौके पत्रकारों के साथ बातचीत कर रहे थे।

जीरा शराब फैक्टरी बंद करने और विदेश बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को गिरफ्तार करने बारे मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से दिए बयानों को एक ही जैसे बताते हुए ढींडसा ने कहा कि हाईकोर्ट की तरफ से जीरा फैक्टरी में से इथानौल पैदा करने के दिए आदेशों ने जहां महीनों से मोर्चा लगाए बैठे जीरा इलाके के लोगों के लिए मौजूदा सरकार का असली चेहरा बेनकाब कर दिया है ।

हिमाचल सरकार की तरफ से हाईड्रो पॉवर प्रोजैक्टों पर लगाए टैक्स की तीखी अलोचना करते हुए पूर्व वित्त मंत्री ने पंजाब की भगवंत मान सरकार से अपील की कि वह हिमाचल सरकार के इस फुरमान खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई शुरू करे क्योंकि इस टैक्स के द्वारा हिमाचल सरकार को मिलने वाले करीब एक हजार करोड़ रुपए में अकेले पंजाब के खजाने में से 600 करोड़ रुपए हिमाचल को देने पड़ेंगे।

बंदी सिखों की कोई भी सूची केंद्र सरकार को न सौंपने बारे केंद्रीय मंत्री शेखावत के बयान की अलोचना करते हुए ढींडसा ने स्पष्ट किया कि शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के प्रधान सुखदेव सिंह ढींडसा की तरफ से विधान सभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के साथ चुनाव समझौते की शर्तों के तहत देश की विभिन्न जेलों में बंद 22 सिखों की एक सूची केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को सौंपी गई थी। उस समय पर शाह ने आश्वासन दिया था कि इन बंदी सिखों को रिहा करने की कानूनी प्रक्रिया जल्दी शुरू करके उनको रिहा कर दिया जाएगा।

उन्होंने मांग की थी कि हरियाणा के गुरुद्वारों की गोलक में से हरियाणा की सिख संगत के लिए फालतू माया खर्चने का अधिकार दिया जाए परंतु बादलों ने उनकी बात अनसुनी कर दी। जिसका क्षतिपूर्ति अलग समिति के गठन के तौर पर भुगतना पड़ रहा है। इस मौके पर ढींडसा के साथ पूर्व मंत्री चौधरी अब्दुल गफार, पूर्व सूचना कमिश्नर अजीत सिंह चन्दूराइयां, ज्ञानी अमर सिंह, पूर्व चेयरमैन एडवोकेट हरदीप सिंह खटड़ा, सुखदेव सिंह ढींडसा के राजनैतिक सलाहकार मनशांत सिंह जलालाबाद, जत्थेदार मलकीत सिंह चंगाल सदस्य अंत्रिंग कमेटी एस.जी.पी.सी., काका अमरिन्दर सिंह मंडियां, बलराज सिंह संधू, हरदीप सिंह मंडियां समेत बड़ी संख्या स्थानीय अकाली नेता भी उपस्थित थे।

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News Editor

Urmila

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