दिल्ली में केजरीवाल पर लगने लगे सिख विरोधी होने के आरोप

punjabkesari.in Thursday, Feb 06, 2020 - 08:43 AM (IST)

जालंधर(बुलंद): दिल्ली विधानसभा चुनावों में चाहे विरोधी पार्टियों के पास आप पार्टी के खिलाफ कोई बड़ा मुद्दा न हो लेकिन सिख समाज में आप पार्टी व अरविंद केजरीवाल के प्रति गुस्सा देखा जा रहा है। मामले बारे दिल्ली के सिख नेताओं से बात की तो उन्होंने बताया कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में सिखों के लिए कुछ नहीं किया, उलटा सिखों से उनके हक छीने हैं। उन्होंने कहा कि अकाली दल और भाजपा पर आर.एस.एस. का साया है जिस कारण सिखों के साथ धक्का होता रहा है। कांग्रेस के सिर वैसे ही सिख विरोधी होने का इल्जाम है, जो एक आम आदमी पार्टी बची थी, उससे सिखों को आस थी कि वह सिखों के हकों का ख्याल रखेगी पर आप रिवायती पार्टियों से दो कदम आगे जा रही है।

सिख राजनीति के जानकारों ने बताया कि केजरीवाल का सिख विरोधी चेहरा इस बात से साफ जाहिर होता है कि दिल्ली में सिखों की 4 सीटें तो पक्की थीं जिन पर वह विधानसभा चुनाव लड़ते थे लेकिन आप पार्टी ने सिखों के साथ धोखा करते हुए 4 में से 2 सीटों पर सिख उम्मीदवारों से उनका हक छीन लिया है। दिल्ली में आप पार्टी ने सिर्फ 2 सीटों तिलक नगर से जरनैल सिंह व चांदनी चौक से प्रह्लाद सिंह को मैदान में उतारा है, जबकि भाजपा ने 4 सीटों राजिंद्र नगर से आर.पी. सिंह, किंग्ज वे कैंप से सुरिंद्र सिंह बिट्टू, जंगपुरा से इंद्रप्रीत बख्शी, हरी नगर से तजिंद्र बग्गा को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने सबसे अधिक 5 सीटों पर सिख उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है, जिनमें अरविंद लवली व गुरविंद्र राजू यमुना पार से, तरविंद्र मरवाहा जंगपुरा से, अमनदीप सूदन राजौरी गार्डन तथा रविंद्र स्वीटा विकासपुरी से चुनाव लड़ रहे हैं।


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