बारिश व तेज हवाओं से हजारों एकड़ फसल बर्बाद, चिंता में डूबे किसान

punjabkesari.in Sunday, Mar 19, 2023 - 10:33 AM (IST)

मोगा : पंजाब में पहले ही आर्थिक मंदहाली का शिकार किसानों को बेमौसमी बारिश व तेज हवाओं ने चिंता में डुबो दिया है। लगातार दूसरे दिन भी मालवा में चली तेज हवाएं व बारिश से किसानों की गेहूं की हजारों एकड़ फसल धरती पर बिछ गई है।

मोगा के चारों विधानसभा हलकों से एकत्रित जानकारी के अनुसार जिन किसानों ने 5 दिनों में गेहूं की फसल को आखरी पानी लगाया था, वह पूरी तरह से गिर पड़ी है जबकि अन्य किसानों की फसल का भी नुक्सान हुआ है। एकत्रित की गई विशेष रिपोर्ट में यह तथ्य उभरकर सामने आया है कि चाहे जिला खेतीबाड़ी विभाग के अधिकारियों ने 5 प्रतिशत गेहूं की फसल के नुक्सान की पुष्टि की है परन्तु जमीनी हकीकत यह है कि किसानों की फसल का 15 से 20 प्रतिशत तक नुक्सान हुआ है। जानकारी के अनुसार मोगा में 1.80 लाख हैक्टेयर रकबे में गेहूं की बिजाई की गई है। यदि किसानों के बताने अनुसार फसल का नुक्सान हुआ है तो इससे उनकी हजारों एकड़ फसल खराब हुई है।

गांव ददाहूर से संबंधित किसान व भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के जिला उपाध्यक्ष लवजीत सिंह ददाहूर ने बताया कि लगातार 2 दिन पड़ी बारिश व तेज हवाओं से गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई है। पकने लगी गेहूं की बालियों में पानी भर जाएगा जिस कारण फसल के दानों के बदरंग होने का खतरा भी खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार को किसानों के नुक्सान संबंधी रिपोर्ट एकत्रित कर भरपाई करनी चाहिए।

‘किसानों के खेतों का दौरा करे विभाग’

इसी दौरान ही पता लगा है कि मोगा जिले के कुछ खेतों में तेज हवाएं और बारिश के कारण गेहूं की फसल का इतना नुक्सान हुआ है कि पूरी की पूरी फसल ही धरती पर बिछ गई है। किसानों की मांग है कि विभाग को इस संबंधी दफ्तरों में रिपोर्ट बनाने की जगह किसानों के खेतों का दौरा करना चाहिए तभी पूरी असलियत सामने आएगी। किसान कहते हैं कि सरकारी आंकड़े की बजाय जमीनी हकीकत कुछ और है।

क्या कहना है खेतीबाड़ी अफसर का?

इस संबंधी जिले के मुख्य खेतीबाड़ी अफसर डा. मनजीत सिंह का कहना है कि जिले में खेती माहिरों द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के अनुसार 5 प्रतिशत गेहूं की फसल का गिरने के कारण नुक्सान हुआ है। उन्होंने कहा कि जिले में 1.80 लाख हैक्टेयर गेहूं की फसल बीजी गई है। उन्होंने माना कि धरती पर गिरने वाली फसल का झाड़ कम हो सकता है।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Kalash

Recommended News

Related News