Luxury कार छोड़ किसान का बेटा ट्रैक्टर पर घर लाया दुल्हन

punjabkesari.in Tuesday, Jan 26, 2021 - 10:39 AM (IST)

होशियारपुर(अमरेन्द्र मिश्रा): हरियाणा-दिल्ली बार्डर पर डटे किसानों के समर्थन में होशियारपुर जिले के चब्बेवाल कस्बे के साथ लगते गांव बिहाला में बारातियों से भरे 60 ट्रैक्टर के आगे-आगे फऊलों की बजाए किसानी झंढे से सजे ट्रैक्टर पर दुल्हा-दुल्हन को देख लोगों को आश्चर्य का टिकाना नहीं रहा। शादियों को यादगार बनाने और कुछ अलग कर गुजऱने का शौक पंजाबियों के सिर चढ़कर बोलता है। शादी पर भले ही कितना खर्च क्यों न किया जाए, डोली रवाना करते समय दोनों परिवारों की नजर डोली वाली कार पर रहती है। तभी तो इसे फूलों के साथ विशेष रूप से डोली को सजाया जाता है। पंजाबियों की बात की जाए तो उनके शौक लिमोजिन और हैलीकॉप्टर पर दुल्हन को ले जाने के भी रहे हैं लेकिन होशियारपुर के गांव बिहाला का युवक अनूपजोत सिंह अपनी शादी में बारातियों के साथ महंगी कार पर नहीं बल्कि ट्रैक्टर पर बैठ कुकड़ा गांव शादी स्थल पर जब पहुंचा तो लोगों को आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा। खास बात यह रही कि डोली की बजाए ट्रैक्टर पर दुल्हा-दुल्हन को सवार देख पूरे रास्ते में लोग मोबाइल में वीडियो बनाते रहे व कईयों ने सेल्फी भी ली।

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दुल्हा-दुल्हन दोनों ही पक्ष के साथ बारातियों ने भी जताई खुशी
बिहाला गांव में दुल्हे अनूपजोत सिंह के पिता मनजिन्द्र सिंह ने बताया कि हम अपने बेटे की शादी धूमधाम से मनाने का फैसला किया था लेकिन किसान जिस तरह अपनी जायज मांगों को लेकर पिछले 60 दिनों से दिल्ली की सीमा पर इस कड़ाके की शर्दी में बैठ तीनों ही कृषि कानूनों को खत्म करने की मांग कर रहे है को देख काफी तकलीफ पहुंच रही है। अपने किसान भाईयों के समर्थन में हमलोगों ने फैसला किया कि बाराती ट्रैक्टर पर सवार होकर ही लेकर जाएंगे। हमें खुशी है कि बारात में शामिल सभी लोग अपनी अपनी ट्रैक्टर लेकर बारात में शामिल हो हमारा मान बढ़ाने का काम किया है।

हम यहां है पर हमारी आत्मा दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों के है पास
बिहाला गांव में नव दंपति अनूपजोत सिंह व नवजोत कौर ने कहा कि किसानों को समर्थन देने को लेकर हमारे परिवारिक सदस्यों ने शादी को यादगार बनाना चाहते थे। इसके साथ ही पंजाब व पंजाबी सभ्याचार का टच भी देना उसकी इच्छा थी। इस कारण उन्होंने डोली की रस्म को ही पारंपरिक बनाने का फैसला किया। दोनों के ही परिजनों की सहमति के बाद हमलोग शादी से पहले ही दिल्ली में केंद्र सरकार के तीनों ही विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ समर्थन देने के लिए अपनी शादी में लग्जरी कार की बजाए ट्रैक्टर पर सवार बाराती व शादी के बाद फूलों से सजी लग्जरी कारों वाली डोली की बजाए ट्रैक्टर पर सवार हो बिहाला गांव लौटने का निर्णय लिया था। हम दोनों भले ही यहां पर है पर हम दोनों की ही आत्मा इस समय भी किसानों समर्थन में दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों के साथ है।

बारातियों ने कहा, घर में हमारा सबसे प्रिय साधन ट्रैक्टर ही तो है
शादी वाले स्थल पर दुल्हा व दुल्हन पक्ष के लोगों ने मीडिया से कहा कि केंद्र सरकार के तीनों ही विवादास्पद कानूनों के खिलाफ किसान पिछले काफी दिनों से इस कड़कड़ाती ठंड में ना सिर्फ शांतिपूर्ण तरीकों से आंदोलन पर बैठी है बल्कि 80 से भी अधिक किसानों की मौतें भी हो चुकी है। किसानों के समर्थन में जब बच्चों ने ट्रैक्टर से बारात व ट्रैक्टर को ही डोली बनाने की इच्छा जताई तो इस कार्य में गांव के सभी लोगों व रिश्तेदारों ने भी अपना योगदान डाला और सभी अपने अपने ट्रैक्टर लेकर बारात में शामिल हुए। हमलोग किसान है अत: केंद्र सरकार से हमारी मांग है कि तोनों ही विवादास्पद कानूनों को केंद्र सरकार वापस ले ले। हम किसान परिवार से हैं और घर में हमारा सबसे प्रिय साधन ट्रैक्टर है। केंद्र सरकार का कानून किसानों के लिए सही नहीं है। इस कानून से देश के पुंजीपतियों को ही लाभ पहुंचेगा वहीं इस तीनों ही कानूनों से किसान बर्बाद हो जाएगा।
 


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