पंजाब में बेअदबी की बड़ी घटना : गुरुद्वारा साहिब के लंगर हाल में युवक ने किया यह कारनामा
punjabkesari.in Monday, Aug 26, 2024 - 09:43 PM (IST)
लुधियाना (राज): आलमगीर स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब में बेअदबी का मामला सामने आया है। जहां गुरुद्वारा साहिब के अंदर बने लंगर हाल में एक व्यक्ति डोलू में मीट लेकर पहुंच गया और सेवादारों को कहने लगा कि वह इसको संगत में बांट दें। इसके बाद सेवादारों ने उसे बाल्टी में रखा और चैक किया, फिर उन्हे पता चला कि वह कुछ और नहीं बल्कि मीट का टुकड़े थे। यह सारी घटना अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई थी। गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर हरजिंदर सिंह टोहड़ा और एसजीपीसी मैंबर जगवीर सिंह सोखी ने आरोप लगाया कि पंजाब के भाईचारे को खराब करने की कोशिश की जा रही है। यह साजिश रची जा रही है। उनकी सूचना के बाद पुलिस अधिकारी और थाना डेहलों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। उन्होंने आरोपी को पकड़ लिया। पुलिस ने इस मामले में गुरुद्वारा साहिब के एडिशनल मैनेजर हरदीप सिंह की शिकायत पर गांव लापतरा के रहने वाले आरोपी बलबीर सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने उसे अदालत पेश कर जेल भी भेज दिया है। गुरुद्वारा साहिब के सेवादारों का कहना है कि पुलिस को आगे की भी जांच करनी चाहिए ताकि इन सबके पीछे कौन है इसका पता लगाने की कोशिश की जा सके।
जानकारी के मुताबिक यह घटना 23-24 अगस्त आलमगीर स्थित एतिहासिक गुरुद्वारा मंजी साहिब की है। पत्रकारों से बात करते हुए गुरुद्वारा साहिब के एडीशनल मैनेजर हरदीप सिंह ने कहा कि वह सेवादार बलजीत सिंह के साथ लंगर हॉल में मौजूद थे। इस दौरान बाकी सेवादार भी संगत को लंगर दे रहे थे। रात 9.30 बजे आरोपी बलबीर सिंह लंगर हाल में आया। उसके हाथ में एक डोलू पकड़ा हुआ था। लंगर करने के लिए बाकी लोगों के साथ बैठ गया था। तब उसके हाथ में एक डोलू पकड़ा हुआ था। उसने आते ही डोलू में एक सब्जी निकाली और सेवादारों से कहा कि वह लंगर में बांट दें। इस पर सेवादारों ने उक्त सब्जी को बाल्टी में डाल दिया था। जब उन्होने अच्छी तरह देखा तो उसके अंदर मीट के टूकड़े थे। उन्होने तुरंत आरोपी को पकड़ लिया और पुलिस अधिकारियों को बुलाकर उनके हवाले कर दिया।
पुलिस ने मीडिया से छुपाया मामला, कहा कोई बेअदबी नहीं हुई :
यह घटना 23 अगस्त की बताई जा रही है। पुलिस ने आरोपी को पकड़ कर तुरंत केस दर्ज कर उसे अगले दिन अदालत पेश कर ज्यूडिश्यल रिमांड पर भेज दिया था। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई तो तेजी से की, मगर मीडिया से इस मामले को छुपाए रखा। जबकि सारी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई थी। जब भनक लगने पर पत्रकारों ने ए.सी.पी. गुरइकबाल सिंह से बात की तो उन्होने ऐसे किसी तरह की बेअदबी होने से साफ इंकार कर दिया था। यहा तक की मीडिया को रिलिज होने वाली क्राइम डायरी से भी उक्त मामले को हटा दिया था ताकि मीडिया को इस बात की जानकारी ना मिल सके। लेकिन, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने प्रैसवर्ता कर सारे मामले का खुलासा किया।