पंजाब में Student की मौ+त के बाद चिंता में Parents, पढ़ें पूरी Report
punjabkesari.in Wednesday, Aug 07, 2024 - 10:06 AM (IST)
लुधियाना (सुरिन्द्र): जिले के शहर जगराओं में स्कूल वैन के पेड़ से टकराने पर एक स्कूली छात्र की दर्दनाक मौत होने के बाद राज्यभर में उन पेरैंटस के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ गई है जिनके नौनिहाल रोजाना बसों के जरिए स्कूल आते-जाते हैं। बात लुधियाना की करें तो शहर में भी स्कूली बच्चों की ट्रांसपोर्टेशन में राज्य सरकार द्वारा बनाई गई सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।
ऐसे ही कुछ स्कूल वैनों को पंजाब केसरी छायाकार द्वारा जांचा गया तो पता चला कि कई वैनों में सीटों को निकालकर वहां जुगाड़ू फट्टे लगाए गए हैं, ताकि अधिक बच्चे बिठाए जा सकें। इसके साथ ही कई स्कूल वैनों के पास फिटनैस सर्टीफिकेट तक नहीं। कई बसों के टायर भी खस्ताहाल हैं। वहीं स्कूली बच्चों की ट्रांसपोर्टेशन में उन वैनों का इस्तेमाल भी किया जा रहा है जो सरकार द्वारा मान्य नहीं हैं। किसी वाहन को बतौर स्कूल वैन प्रयोग करने में उसमें 14 से अधिक सीटों का होना अनिवार्य है।
स्कूलों को कोर्ट भी जारी कर चुका है नोटिस
स्कूली छात्रों की ट्रांसपोर्टेशन के दौरान सुरक्षा यकीनी बनाने के लिए हाईकोर्ट में चल रही याचिका के संबंध में कोर्ट ने भी नगर के कई स्कूलों को नोटिस जारी किए थे जो सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी को पूर्ण रूप से लागू नहीं कर रहे। ये नोटिस डिप्टी कमिश्नर के माध्यम से स्कूल संचालकों को भेजे गए थे लेकिन अधिकतर स्कूलों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया।
यह जरूरी है स्कूल बस के लिए
स्कूल बस 15 वर्ष से पुरानी न हो।
बस का रंग सुनहरी पीला होना चाहिए।
बस में स्पीड गवर्नर लगा होना चाहिए।
वाहन पर स्कूल बस लिखा होना चाहिए।
बस में फर्स्ट एड बॉक्स तथा अग्निशमन यंत्र होने चाहिएं।
बस पर स्कूल का नाम व फोन नंबर जरूर अंकित हो।
बस के दरवाजे पर उच्च क्वालिटी के लॉक लगे होने चाहिएं।
चालक को हैवी वाहन चलाने का 5 साल का तजुर्बा हो।
चालक व कंडक्टर यूनिफार्म में हों।
बस में नियत सीटों से अधिक बच्चे न बैठाए जाएं।
छात्राओं वाली बस में लेडी अटैंडैंट जरूर हो।
बच्चों को चढ़ाने व उतारने का कार्य स्कूल परिसर में हो।
स्कूल बसों में सी.सी.टी.वी. कैमरे जरूर लगे हों।
स्कूल बसों में हाइड्रोलिक दरवाजे लगे हों।
चालक जल्दबाजी से बचें : रिम्पी
वहीं स्कूल बस आप्रेटर वैलफेयर एसो. के महासचिव गुरविन्द्र सिंह रिम्पी ने जगराओं में हुए हादसे पर कड़ा अफसोस जाहिर करते हुए स्कूली वैनों के चालकों को जल्दबाजी से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा कि चालक समय से पहले गाड़ी को निकालें ताकि समय पर स्कूल पहुंचा जा सके। इसके साथ ही सभी चालक सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी पर अमल जरूर करें। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी एसोसिएशन द्वारा ट्रांसपोर्ट विभाग को कई स्कूलों की सूची सौंपी गई है जो सेफ स्कूल व्हीकल पॉलिसी का उल्लंघन कर रहे हैं।
राज्य सरकार तुरंत करे सख्ती : सोई
वहीं राष्ट्रीय रोड सेफ्टी कौंसिल के सदस्य तथा वरिष्ठ भाजपा नेता डा. कमलजीत सोई का कहना है कि न्यायपालिका के माध्यम से सेफ स्कूल वाहन पॉलिसी लागू करवाई थी लेकिन इसे राज्य में प्रभावी ढंग से नहीं माना जा रहा। उन्होंने राज्य सरकार से मांग की है कि नियम तोड़ने वाले वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि हमारे बच्चों का खून सड़कों पर बहने से रोका जा सके।