रशिया में फंसे बेटे को लेकर परिवार ने सी.एम. मान से लगाई गुहार

punjabkesari.in Monday, May 27, 2024 - 01:29 PM (IST)

गोराया : रोजी-रोटी कमाने व अपने परिवार के सुनहरी भविष्य की तलाश में गोराया के श्री गुरु रविदास मोहल्ले का नौजवान मंदीप ब्याज पर पैसे लेकर इटली के लिए गया था लेकिन वह इटली तो नहीं पहुंचा मगर अब कई तरह के समस्याओं में फंसा हुआ है जिसकी वीडियो उसने अपने परिवार को भेजी है, जिसमें वह उसके साथ मारपीट और खाना तक नहीं देने की बात करते हुए बता रहा है कि उससे 4 लाख रुपए की मांग की जा रही है।

परिवार के मुताबिक मार्च महीने में आखिरी बार उसका फोन आया था। इसके बाद उसका कोई भी अता-पता नहीं है। जिस कारण चिंतित परिवार दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो रहा है। न तो पुलिस प्रशासन से कोई इंसाफ मिल रहा है और न ही जिन एजेंटों ने उनके साथ धोखाधड़ी की है उनसे कोई मदद मिल रही है।

इस बाबत जानकारी देते हुए जगदीप के भाई जगदीप ने बताया उसका छोटा भाई मनदीप दिसंबर में अपने चार अन्य साथियों के साथ इटली के लिए यहां से गया था लेकिन एजेंट ने इटली की बजाय उसे रशिया में फंसा दिया। बाकी 4 लोग रास्ते में से काफी परेशान होकर जैसे-तैसे वापिस आ गए लेकिन मनदीप के पास वीजा होने के कारण वह वहीं रुक गया था, जिसके बाद मार्च महीने में वीडियो आई जिसमें वह खासा परेशान दिखाई दे रहा है तथा वह फौज की वर्दी पहने हुए है।

परिवार को शक है कि मनदीप जोकि हैंडीकैप व अनपढ़ है उसे फौज में किस प्रकार भर्ती कर लिया गया। मनदीप के साथ गए जो लड़के वापिस आए है, में से एक ने बताया कि 14 तारीख को आर्मीनिया से उन्हें मास्को ले जाया गया। जहां 4 दिन बाद उन्हें बेलारूस ले गए और 4 दिन वापिस मास्को ले आए। यहां से उन्हें सेंट पीटर्सबर्ग ले गए जहां भी तीन-चार दिन रखने के बाद उन्हें फिनलैंड के बॉर्डर पर ले गए जहां से उन्हें वापस लाकर जंगल में छोड़ दिया गया। 

यहां वे करीब 52-53 घंटे जंगल में ही भटकते रहे। न तो खाने के लिए कुछ था और न ही पानी नसीब हुआ। जहां से उन्होंने मनदीप के बड़े भाई जगदीप को इंडिया में फोन किया व सारी अपनी समस्या बताई। इसके बाद जगदीप ने जैसे-तैसे 1 लाख रुपये रशिया में उसके अकाउंट में डाले तो रशिया से उसने टैक्सी भेजी और वह जंगल से उन्हें लेकर सेंट पीटर्सबर्ग आए। इसके बाद वे 10 जनवरी को अपनी टिकट करा कर वापिस इंडिया आ गए। एजेंट से उन्होंने मनदीप की टिकट करने के लिए भी कहां लेकिन एजेंट ने मना कर दिया और कहा कि मनदीप को यहीं पर वह काम पर लगवा देंगे।

जगदीप ने बताया कि उन्होंने इस बाबत जालंधर देहाती पुलिस को शिकायत भी दी थी लेकिन गोराया पुलिस की ओर से उल्टा उन्हें ही तंग परेशान किया गया। उन्होंने मुख्यमंत्री से भाई को सही सलामत वापस लाने की मांग की। इसके अलावा एस.एस.सी. जालंधर देहाती को भी सारी समस्या के बारे में बताया इसके बाद परिवार को एस.एस.पी. जालंधर देहाती ने अपने पास बुलाया है। इस संबंध में उन्होंने विधायक विक्रमजीत चौधरी से बात की तो उन्होंने भारतीय दूतावास से संपर्क किया है।

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News Editor

Urmila

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