CM अमरेंद्र का बड़ा आरोप-MP बिट्टू और MLA ज़ीरा पर हमला करवाने के पीछे "आप" का हाथ

punjabkesari.in Monday, Jan 25, 2021 - 08:35 PM (IST)

पटियाला:  पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा है कि सिंघू बार्डर पर कांग्रेस सांसद  और विधायक पर हुए हमले के पीछे किसानों का नहीं बल्कि आम आदमी पार्टी के वर्करों का हाथ है जिन का एजेंडा भाजपा के इशारे पर गड़बड़ पैदा करके किसानों के संघर्ष को कमज़ोर करना है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान पिछले दो महीनों से दिल्ली सरहद पर बिना किसी ऐसी कार्यवाही को अंजाम दिए शांतमयी ढंग के साथ आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान संसद के नज़दीक आप वर्कर मौजूद थे जिन्होंने पंजाब कांग्रेस के सांसद मैंबर रवनीत सिंह बिट्टू और विधायक कुलबीर सिंह ज़ीरा पर हमला किया और धक्का मुक्की हुई। उन्होंने कहा,"आप वर्कर पहले ही वहां ठहरे हुए थे।" मुख्य मंत्री ने कहा,"हमलों के लिए कोई ओर नहीं बल्कि आप ज़िम्मेदार है। किसान ज़िम्मेदार नहीं हैं।"

 पटियाला में अलग -अलग समागमों दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत करते मुख्य मंत्री ने कहा,"आप को यह बात अच्छी तरह समझ लेनी चाहिए कि यह मुल्क धक्केशाही पर नहीं बल्कि लोकशाही (लोकतांत्रिक) पर पंप रहा है।"

बाद में मुख्य मंत्री ने कहा कि ख़ुफ़िया रिपोर्टों मुताबिक आप वर्करों ने किसानों में घुसपैठ की और कांग्रेसी नेताओं पर हमला कर दिया। आम आदमी पार्टी की तरफ से उन्होंने और उन की सरकार के अक्स को चोट मारने की बौखलाहट में ढीठताई के साथ लगातार भद्दी हरकतें की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को गुमराह करन के लिए पंजाब में कांग्रेस सरकार बारे झूठ प्रचार फैलाने के लिए आप की चालों नाकाम होने के बाद उन्होंने बिट्टू और ज़ीरा ख़िलाफ़ हिंसक कार्यवाही की।

 कैप्टन ने कहा कि किसानों की तरफ से पंजाब कांग्रेस के नेताओं पर हमला करन का कोई आधार नहीं बनता। उन्होंने कहा,"आप के लिए ऐसे हत्थकंडे उन की सरकार और किसानों दरमियान दरार डालने के लिए सहायक नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि आप वर्कर अरविन्द केजरीवाल, जो भाजपा लीडरशिप के इशारों पर नाच रहा है, के कहने पर महीनों से ऐसा करन की कोशिशें कर रहे हैं।"

 इसी दौरान पत्रकारों के साथ बातचीत दौरान एक सवाल के जवाब में मुख्य मंत्री ने कहा कि वह आशावान हैं कि किसानों का कल होने वाला ट्रैक्टर मार्च शांतमयी रहेगा। काले खेती कानूनों  के ख़िलाफ़ संघर्ष कर रहे किसानों और किसान यूनियनों को स्थिति की गंभीरता को समझती हैं और वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिस के साथ उन का अपना नुक्सान होता हो। 


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Anil Pahwa

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