Jalandhar: दर्दनाक हादसे में 3 दोस्तों की मौ+त, मंजर देख दहले लोग
punjabkesari.in Monday, Jul 15, 2024 - 10:28 AM (IST)

जालंधर: कड़ी मेहनत और काम के प्रति लग्न ने काफी अर्से बाद जाकर जो नायब सलमानी ने जो नाम बनाया वह हरियाणा के महेंद्रगढ़ हाइवे पर हुए दर्दनाक सड़क हादसे में कुछ ही सैकेंड में निगल लिया। पहले नौकरी फिर खुद का सैलून और नया सैलून बनाने की तैयारी कर रहे नायब का कोई ही शहर का यंगस्टर होगा जो उसे नहीं जानता होगा।
इसी हादसे में दम तोड़ने वाले नायब के दोस्त गुरजिंदर सिंह निवासी जंडूसिंघा की तो सोमवार की कनाडा के लिए फ्लाइट थी। जैसे ही रविवार सुबह इस हादसे की खबर जालंधर पहुंची तो नायब को जानने वाले सभी युवा और लोग मायूस हो गए। नायब की बात करें तो सहारनपुर का रहने वाला नायब गुरु नानक पुरा में रहता था। वह 2 बहनों का एकलौता भाई था। किसी वक्त नायब दिलकुशा मार्कीट में स्थित एक हेयर सैलून में काम करता था। कड़ी मेहनत करते हुए उसने पैसे जोड़े और शास्त्री मार्कीट में खुद का नायब हेयर सैलून के नाम से सैलून खोल लिया। उसने अपने तजूर्बे से लोगों का दिल जीता और ज्यादातर जालंधर के युवा नायब के हेयर सैलून जाने लगे। कुछ समय के बाद हेयर सैलून की मार्कीट में वह एक ब्रांड बन चुका था। कुछ दिन पहले ही उसने अपने सैलून के ऊपर वाली मंजिल में एक दुकान खरीदी थी, जिसमें वह महिलाओं के लिए सैलून बनाना चाहता था और उसका डिजाइन भी तैयार कर लिया था। नायब की मौत ने शहर के युवाओं से लेकर उसके हर एक ग्राहक को झिझोड़ कर रख दिया। हंसमुख चेहरा जो लोगों की मदद के लिए आगे रहता और अपने दोस्तों में खुद की मौजूदगी को यादगार बना देता वह नायब सलमानी अब सिर्फ याद बन रह गया। नायब के शव को महेंद्रगढ़ के सिविल अस्पताल में रखा गया है। सोमवार को उसका शव वहां से लाया जाएगा।
गुरजिंदर के घर खबर देने गए तो कानाडा की तैयारियां भी हो चुकी थी पुरी
नायब के साथ-साथ उसके दोस्त अजय निवासी करतारपुर और गुरजिंदर सिंह निवासी जंडूसिंघा की भी मौत की खबर पहुंची जबकि एक अन्य युवक घायल बताया गया। जैसे ही नायब के दोस्त गुरजिंदर सिंह के घर जंडूसिंंघा इस घटना की खबर देने पहुंचे तो पता लगा कि उसकी तो सोमवार को कनाडा की फ्लाइट थी। उसकी सारी पैकिंग भी हो चुकी थी। अजय और नायब एक साथ जाते थे। अक्सर अजय नायब के साथ ही होता था और उसके सैलून में भी उसे मिलने के लिए आता रहता था।
एक दोस्त का आखिर में प्रोग्राम हुआ रद्द
नायब के दोस्त अर्पण ने बताया कि अजमेर जाने के लिए नायब ने उसे भी फोन किया था। यह शायद घूमने के लिए उसका पहले ट्रिप होगा, जिसमें वह सैलून छोड़ 2 दिन बाहर रहा हो। अर्पण ने कहा कि पहले तो उसने हां कर दी लेकिन बाद में घर वालों ने जाने से मना कर दिया क्योंकि उसके ऑफिस में लकड़ी का काम होना था। अर्पण ने कहा कि हो सकता है कि अगर वह होता तो गाड़ी भी वही ड्राइवर कर रहा होता और यह हादसा न होता। अर्पण ने भी कहा कि उसे अभी तक विश्वास नहीं हो रहा है कि नायब अब इस दुनिया में नहीं रहा। उधर नायब के चौथे दोस्त की हालत भी गंभीर है जिसे रोहतक में दाखिल करवाया गया है।