जत्थेदार गौहर को क्लीन चिट मामला, प्रो. सरचंद सिंह ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को लिखा पत्र

punjabkesari.in Thursday, Apr 27, 2023 - 06:58 PM (IST)

अमृतसर : श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को प्रो. सरचंद सिंह ख्याला द्वारा तख्त श्री हरिमंदर जी पटना साहिब के तत्कालीन जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहरे मस्किन के खिलाफ साजिश रचकर तख्त साहिब और तख्त जत्थेदार के पद को बदनाम करने के लिए करतारपुर निवासी डॉ. गुरविंदर सिंह समरा को तलब कर पंथक परंपराओं के अनुसार कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है। ऐसा इसलिए ताकि भविष्य में कोई सिख भावनाओं से खेलने की हिम्मत न कर सके।

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जत्थेदार को लिखे पत्र में प्रो. सरचंद सिंह ने कहा कि जत्थेदार ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर-ए मस्कीन पर करतारपुर निवासी डॉ. गुरविंदर सिंह समरा द्वारा 70 लाख रुपए वसूलने के बावजूद तख्त पटना साहिब के लिए भेंट की गई सोने की कृपाण को नकली होने को लेकर 19 अप्रैल 2023 को दिल्ली हाईकोर्ट के रिटायर्ड जस्टिस आर.एस सोढ़ी के नेतृत्व में तख्त पटना साहिब की प्रबंधन कमेटी के तत्कालीन अध्यक्ष अवतार सिंह हित (अब दिवंगत) द्वारा गठित हाई पावर कमेटी ने निष्पक्ष और गहन जांच कर सौंपी गई रिपोर्ट में जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर को क्लीन चिट दे दी गई है।

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सरचंद सिंह ने कहा कि मामला तख्त साहिब के जत्थेदार से जुड़ा होने के कारण संवेदनशील है और तख्त साहिब की मर्यादा और सिख भावनाओं से जुड़ा है। जांच कमेटी का विचार है कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि 'श्री साहिब' कथित तौर पर ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर द्वारा तैयार किया गया था और न ही यह कि डॉ. समरा और ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर के बीच कोई पैसे का लेन-देन हुआ था। जत्थेदार रणजीत सिंह को श्री साहिब बनाने के लिए 70 लाख रुपए देने के बारे में डॉ. समरा कोई सबूत पेश नहीं कर सके। एक किलो सोने की कीमत 49 लाख रुपए के आसपास है, यह जानने वाले डॉ. समरा के लिए यह संभव नहीं है कि वह इसके लिए 70 लाख रुपये दें। रिपोर्ट में यह भी विवरण दिया गया है कि डॉ. समरा के इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है कि उन्होंने अप्रैल 2022 के पहले-दूसरे सप्ताह में श्री गुरु तेग बहादुर अस्पताल करतारपुर स्थित अपने आवास पर परिवार के सदस्यों की मौजूदगी में ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर को 70 लाख नकद दिए गए। क्योंकि जत्थेदार गौहर ने 31 मार्च, 2022 से 14 अप्रैल, 2022 तक के कार्यक्रमों के लिए विभिन्न एयरलाइंस के हवाई टिकट और बोर्डिंग पास के अलावा मोबाइल टेलीफोन लोकेशन पेश कर डॉ. समरा के आरोपों का खंडन किया है।

डॉ. समरा ने 'हार और श्री साहिब' ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर की मौजूदगी में तख्त साहिब को सौंपने के दावे को भी खारिज किया है। जांच रिपोर्ट में हाई पावर कमेटी ने स्वर्ण दान स्वीकार करने के लिए निर्धारित प्रक्रिया का सख्ती से पालन नहीं करने के लिए तख्त पटना साहिब कमेटी की खिंचाई की। प्रो. सरचंद सिंह ने कहा कि तख्त साहिब के जत्थेदार को झूठे आरोप लगाकर बदनाम करने का कोई भी प्रयास सिख पंथ के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। श्री अकाल तख्त साहिब ने सिख पंथ को उन ताकतों के बारे में कई बार चेतावनी दी है, जिनके द्वारा सिखों को सिख संस्थानों से अलग करने और संस्थानों को कमजोर करने के लिए नियुक्त या काम करने वाले पंथ व्यक्तित्वों पर निराधार आरोप लगाकर चरित्र हनन किया जा रहा है। किसी के चरित्र को हथियार बनाना उसे शारीरिक रूप से नष्ट करने से ज्यादा खतरनाक है। 

किसी पर बेबुनियाद आरोप लगाकर उसकी छवि इतनी खराब कर देते हैं कि वह हिम्मत ही हार जाता है। सिख सिद्धांतों, नैतिकता, गरिमा और सिख भावनाओं के साथ भी ऐसे लोगों द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है जो जान बूझकर सिख संस्थानों से जुड़े व्यक्तित्वों को बदनाम करके पंथिक संस्थानों की छवि को नष्ट कर रहे हैं। हाई पावर इंक्वायरी कमेटी में  श्री चरणजीत सिंह सलूजा प्रबंध कमेटी तख्त श्री हरिमंदर जी पटना साहिब, संयोजक, तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह, ज्ञानी हरदीप सिंह हेड ग्रांटी और दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य अजीतपाल सिंह बिंद्रा शामिल थे।

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News Editor

Kamini

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